बूटियों से बढ़ती है त्वचा सुंदरता


 

हमने कई ऐसी आदतों को अपना लिया है, जिनके चलके हमारे शरीर में रक्त का शोधन यानी शुद्धिकरण सही प्रकार से नहीं हो पाता है। इसका नतीजा यह होता है कि हमारे अंदर टॉक्सिन्स की मात्रा बढ़ती जाती है, जिसका बुरा असर हमारी सुंदरता पर पड़ता है।

हमारी इन आदतों में कुछ खास बातें शामिल हैं जैसे, शारीरिक गतिविधियों का कम होना, भोजन में पौष्टिक चीजें कम खाना और पैक्ड तथा एनिमल फूड्स का अधिक उपयोग करना। इन सबके चलते हमारी सुंदरता और हमारी सेहत दोनों पर ही बुरा असर पड़ रहा है।

ऐसा नहीं है कि हम इन आदतों को छोड़ नहीं सकते हैं, लेकिन दिक्कत यह है कि हमारा लाइफस्टाइल ही इस तरह का हो गया है कि ज्यादातर लोग सिटिंग जॉब्स में होते हैं और कई घंटे तक एक ही पोजिशन में बैठकर काम करते हैं। इससे पहले फिजिकल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है और फिर मेंटल हेल्थ खराब होने लगती है।

इन दोनों में से कोई भी हेल्थ खराब होगी तो आपकी सुंदरता जरूर खराब होगी। क्योंकि हॉर्मोन्स की गड़बड़ी का असर आपकी त्वचा पर सीधा प्रभाव डालता है और आपकी त्वचा की रंगत फीकी नजर आने लगती है।

आज के समय में ज्यादातर बीमारियों की वजह है सभी टॉक्सिन्स का शरीर से बाहर ना निकल पाना। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि हम कुछ ऐसा करें, जिससे हमारे शरीर के विषैले तत्व बाहर आ जाएं और रक्त का शुद्धिकरण हो सके...

यहां हम आपको ऐसी प्राकृतिक हर्ब्स यानी जड़ी बूटियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके आस-पास ही आराम से उपलब्ध हैं और रक्त शोधन में बहुत अधिक प्रभावी होती हैं। आप समय-समय पर उनका उपयोग करके अपनी सुंदरता को बनाए रख सकते हैं।

डिटॉक्सीफिकेशन के लिए भी हमारे शरीर को अलग-अलग तरह की चीजों की जरूरत होती है। क्योंकि हम सभी का खान-पान और जीवनशैली अलग होती है। इसलिए जो लोग स्मोकिंग और ड्रिंकिंग करते हैं, उन्हें अपने शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के लिए गिलोय का सेवन करना चाहिए। इन लोगों के शरीर पर गिलोय प्रभावी रूप से काम करती है।


टेस्ट में मीठा और खाने में बहुत मुलायम शहतूत रक्त के शोधन में बहुत अधिक लाभकारी होता है। शहतूत को अंग्रेजी में Mulberry कहते हैं। यह लाल, काले और पीले रंग का एक कोमल फल होता है।

शहतूत में विटमिन-सी, विटमिन-के, आयरन, राइबोफ्लैविविन, फास्फोरस और फाइबर जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो शरीर के अंदर बह रहे रक्त को साफ करे का काम करते हैं। साथ ही रक्त के प्रवाह को बनाए रखते हैं।

अमरबेल आपके बालों और त्वचा का सुंदर बनाने का काम करती है। इसके लिए आप अमरबेल का काढ़ा पिएं। हालांकि यह काढ़ा एक दिन में सिर्फ 10 से 15 मिली लीटर पीना ही पर्याप्त होता है। जी हां, इतनी लाभकारी होती है अमरबेल।

अमरबेल का काढ़ा रक्त को शोधित करता है, फैटी लिवर के रोगियों के लिए लाभकारी है और शरीर में रक्त का प्रवाह बढ़ाता है। इससे आपकी त्वचा सुंदर बनती है। जबकि इसके पानी से बाल धोने पर बाल घने और मजबूत बनते हैं। पेड़ों के ऊपर फैली रहनेवाली अमरबेल आप सब्जीवाले से आसानी से मंगा सकते हैं।

शहद खाना हम सभी को पसंद होता है। खासतौर पर बच्चों की डायट में शहद को शामिल करके आप उनके शरीर को आराम से डिटॉक्सीफाई कर सकते हैं। लेकिन इसकी शर्त यह है कि शहद पूरी तरह शुद्ध होना चाहिए।

शहद ब्लड का फ्लो बढ़ाता है। इसके ऐंटिऑक्सीडेंट्स टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर करने का काम करते हैं। ऐंटिबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज शरीर को स्वस्थ बनाती हैं। यह त्वचा को अंदर और बाहर दोनों तरह से पोषण देने का काम करता है।


त्वचा को सुंदर और कांतिमय बनाने के लिए नीम का उपयोग सदियों से होता आ रहा है। आप इसके पानी में नहाएं, इसका लेप लगाएं या इसके अर्क से बने साबुन और शैंपू का उपयोग करें। आपके लिए सबकुछ बहुत अधिक लाभकारी है।

इन सबके साथ ही आप त्वचा का ग्लो बढ़ाने के लिए भी नीम का उपयोग कर सकते हैं। नीम की मीठी कोंपल (नई और मुलायम पत्तियां) खाने से शरीर में रक्त का शुद्धिकरण होता है। यानी डिटॉक्सीफिकेशन की प्रक्रिया तेज होती है।


लाल,पीली और हरी शिमला मिर्च कुछ गुणों के मामले में एक-दूसरे से अलग होती हैं। लेकिन त्वचा के लिए ये तीनों ही लाभकारी हैं। शिमला मिर्च खाने से आपके शरीर में रक्त का प्रवाह बढ़ता है, रक्त का शोधन होता है, साथ ही पाचनतंत्र का भी डिटॉक्सिफिकेशन होता है। इतनी प्रभावी होती है शिमला मिर्च।

आपके बाल, आंखें, दांत और त्वचा सभी को सुंदर बनाने में आंवला बहुत महत्वपूर्ण रोल निभाता है। लेकिन इनके साथ ही आंवला आपके रक्त को प्यूरिफाई भी करता है। आंवला खाने से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे त्वचा की सभी कोशिकाओं तक रक्त पहुंचा है और त्वचा में ग्लो बढ़ता है।

Source : Agency

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Name: धीरज मिश्रा (संपादक)

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